भारत में लाखों पुरुषों को यौन समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिनमें सबसे आम समस्या है – शीघ्रपतन (Premature Ejaculation)। यह समस्या सिर्फ शारीरिक नहीं बल्कि मानसिक और सामाजिक जीवन को भी प्रभावित करती है। अच्छी बात यह है कि आयुर्वेद में इसका प्राकृतिक और सुरक्षित इलाज मौजूद है। इस लेख में हम जानेंगे कि शीघ्रपतन का इलाज आयुर्वेदिक तरीके से कैसे किया जा सकता है – बिना किसी साइड इफेक्ट, बिना केमिकल्स और बिना शर्मिंदगी के।
शीघ्रपतन क्या होता है? (What is Premature Ejaculation?)
शीघ्रपतन तब होता है जब कोई पुरुष संभोग के दौरान बहुत जल्दी (लगभग 1 मिनट के अंदर) वीर्य स्खलित कर देता है और अपनी इच्छानुसार समय तक टिक नहीं पाता। इससे न सिर्फ पुरुष को आत्मग्लानि होती है, बल्कि पार्टनर की संतुष्टि भी अधूरी रह जाती है।
प्रमुख लक्षण:
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संभोग के दौरान नियंत्रण खो देना
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मानसिक तनाव या शर्मिंदगी महसूस करना
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बार-बार जल्दी discharge होना
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आत्मविश्वास में कमी
आयुर्वेद में शीघ्रपतन का कारण – गहराई से विश्लेषण
आयुर्वेद सिर्फ लक्षणों का नहीं, बल्कि उनकी जड़ का इलाज करता है। शीघ्रपतन (Premature Ejaculation) को आयुर्वेद में एक “वीर्यदोष” या “धातुगत विकार” माना गया है। यह समस्या केवल यौन अंगों तक सीमित नहीं होती, बल्कि पूरे शरीर की त्रिदोष प्रणाली – वात, पित्त और कफ – के असंतुलन का परिणाम होती है।
आइए जानते हैं उन गहराई से जुड़े आयुर्वेदिक कारणों को जो शीघ्रपतन की वजह बनते हैं:
1. वीर्यदोष (Semen Imbalance)
आयुर्वेद में वीर्य को सातवां और सबसे परिष्कृत “धातु” माना गया है। जब किसी पुरुष का शरीर पोषण की कमी, अधिक हस्तमैथुन, पुरानी बीमारियां, या गलत आहार के कारण वीर्य का संचित होना और उसकी गुणवत्ता में गिरावट आती है, तब वह जल्दी स्खलन की स्थिति में आ जाता है।
लक्षण:
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पतला, कम मात्रा में वीर्य
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स्खलन के बाद थकावट
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संभोग के समय नियंत्रण की कमी
2. धातु दुर्बलता (Dhatu Kshaya – Tissue Weakness)
धातु का मतलब शरीर के ऊतक (tissues) – रस, रक्त, मांस, मेद, अस्थि, मज्जा, और वीर्य। इनका समुचित पोषण जब नहीं होता, तब वीर्यधातु कमजोर हो जाती है।
क्यों होता है धातु क्षय?
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खराब पाचन (अग्नि मंद होना)
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बार-बार स्खलन या हस्तमैथुन
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ओज की कमी
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तनाव व अनिद्रा
नतीजा:
शरीर कमजोर होकर शीघ्रपतन, स्तंभन दोष और यौन इच्छा की कमी की ओर बढ़ता है।
3. वात दोष की अधिकता (Excess Vata Dosha)
वात दोष का नियंत्रण नसों, गति, संचार और स्नायु प्रणाली पर होता है। यदि वात बढ़ जाए तो वीर्य नियंत्रण जल्दी छूट जाता है। वात की अधिकता से व्यक्ति बेचैन, अनियंत्रित और शीघ्र उत्तेजित हो जाता है।
वात दोष बढ़ने के कारण:
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अत्यधिक चिंता, अनिद्रा
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ठंडा, सूखा खाना
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ज़्यादा दौड़-भाग
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अधिक मानसिक काम
इलाज में क्या करना चाहिए?
वात शांत करने वाले औषध, जैसे अश्वगंधा, शतावरी, और तेलीय भोजन का सेवन आवश्यक होता है।
4. पित्त दोष की असंतुलन (Increased Heat in Semen)
पित्त का कार्य शरीर में गर्मी पैदा करना और चयापचय क्रिया को नियंत्रित करना है। जब पित्त बढ़ जाता है, तो वीर्य भी असमय उत्तेजित हो जाता है, जिससे व्यक्ति जल्दी discharge कर देता है।
कारण:
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तीखा, मसालेदार भोजन
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धूप या गर्मी में ज़्यादा रहना
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अधिक यौन कल्पनाएं
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इरिटेबल नेचर या गुस्सा
लक्षण:
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वीर्य की जलन या गर्मी
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संभोग के बाद कमजोरी
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बार-बार पेशाब लगना
5. मानसिक कारण (Psychological Triggers)
आयुर्वेद में मन को भी स्वास्थ्य का प्रमुख भाग माना गया है। यदि मन स्थिर नहीं है तो शरीर का कोई भी अंग ठीक से कार्य नहीं करता।
शीघ्रपतन के मानसिक कारण:
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यौन प्रदर्शन का डर (Performance anxiety)
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पार्टनर को संतुष्ट न कर पाने की चिंता
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शर्म या अपराधबोध
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बचपन के यौन ट्रॉमा या गलत धारणाएं
शीघ्रपतन का इलाज आयुर्वेदिक तरीके से – घरेलू नुस्खे और औषधियां
1. अश्वगंधा (Ashwagandha)
यह एक शक्तिशाली रसायन है जो शरीर की ताकत और यौन स्टैमिना को बढ़ाता है।
सेवन विधि: 1 चम्मच अश्वगंधा चूर्ण को दूध के साथ सुबह-शाम लें।
2. शिलाजीत (Shilajit)
यह पुरुषों की यौन शक्ति बढ़ाने में अत्यंत लाभकारी है। यह वीर्य को गाढ़ा करता है और टिकाव बढ़ाता है।
सेवन विधि: 300-500 mg शुद्ध शिलाजीत रोज़ाना गर्म दूध के साथ लें।
3. कौंच बीज (Kaunch Beej)
यह आयुर्वेद में वीर्यवर्धक और नपुंसकता हटाने वाली औषधि मानी जाती है।
सेवन विधि: कौंच बीज चूर्ण 1-2 ग्राम शहद के साथ लें।
4. विदारीकंद (Vidarikand)
यह शरीर को ठंडक देता है और पित्त दोष को संतुलित करता है।
सेवन विधि: 1 ग्राम विदारीकंद चूर्ण दूध के साथ।
5. त्रिफला और आंवला
त्रिफला और आंवला से शरीर की पाचन क्रिया सुधरती है जिससे यौन कमजोरी में लाभ होता है।
आयुर्वेदिक दवाएं जो शीघ्रपतन में असरदार हैं
🔸 Zenius Xtra Power Capsules
- प्राकृतिक ऊर्जा समर्थन: पूरे दिन अधिक सक्रिय और ऊर्जावान महसूस करें।
- बेहतर स्टैमिना और ताकत: शारीरिक रूप से बेहतर प्रदर्शन करें—चाहे कार्यस्थल हो या घर।
- थकान में कमी: रोज़ाना की मानसिक और शारीरिक थकान से तेजी से उबरने में मदद करता है।
- बेहतर आत्मविश्वास: एक स्वस्थ शरीर अक्सर एक बेहतर मानसिक स्थिति और आत्म-छवि को जन्म देता है।
- नियमित उपयोग के लिए सुरक्षित: हर्बल फॉर्मूला जिसमें सुझाए गए अनुसार लेने पर कोई ज्ञात साइड इफेक्ट नहीं हैं।
🔸 Kama Sutra Gold Capsules
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प्राकृतिक ऊर्जा में वृद्धि
इस हर्बल फॉर्मूला की बदौलत, यह सप्लीमेंट आपके शरीर को प्राकृतिक रूप से ऊर्जा उत्पन्न करने में सहायता करता है—बिना किसी सिंथेटिक उत्तेजक के नकारात्मक प्रभावों के। -
बेहतर प्रदर्शन और स्टैमिना
कामसूत्र गोल्ड में उपयोग की गई जड़ी-बूटियों को पारंपरिक रूप से पुरुषों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने और लंबे समय तक शारीरिक मेहनत बनाए रखने से जोड़ा गया है—चाहे वह कार्यस्थल हो, वर्कआउट हो या व्यक्तिगत जीवन। -
तनाव के प्रति बेहतर प्रतिक्रिया
इस फॉर्मूला में मौजूद एडाप्टोजेनिक हर्ब्स शरीर को तनाव को अधिक प्रभावी ढंग से संभालने में मदद करती हैं। जब आपकी तंत्रिका प्रणाली शांत होती है, तो शरीर का प्रदर्शन भी बेहतर होता है। -
कुल मिलाकर पुरुष शक्ति का समर्थन
आयुर्वेद एक सम्पूर्ण शरीर आधारित दृष्टिकोण रखता है, और कामसूत्र गोल्ड उसी सिद्धांत को दर्शाता है—यह सिर्फ ऊर्जा और स्टैमिना ही नहीं, बल्कि मूड, आत्मविश्वास और हार्मोनल संतुलन को भी सपोर्ट करता है।
🔸 Horse Fire Capsules
- सहनशक्ति और ताकत बढ़ाए
- ऊर्जा स्तर को तुरंत बेहतर बनाए
- टेस्टोस्टेरोन को प्राकृतिक रूप से बढ़ाए
- थकान और कमजोरी से लड़ने में मदद करे
- मांसपेशियों की शक्ति को सहयोग दे
- बिस्तर में प्रदर्शन को बेहतर बनाए
- शीघ्रपतन में देरी करने में सहायक
- शुक्राणुओं की गतिशीलता और संख्या में सुधार करे
- तनाव और चिंता को कम करे
- पुरुष हार्मोन को समग्र रूप से संतुलित करे
घरेलू उपाय और जीवनशैली में बदलाव
✔ नियमित व्यायाम करें
योग व प्राणायाम जैसे अनुलोम-विलोम, कपालभाति करें।
✔ तैलीय और मसालेदार भोजन से बचें
इनसे पित्त बढ़ता है जिससे शीघ्रपतन की समस्या बढ़ सकती है।
✔ नियमित नींद लें
मानसिक तनाव शीघ्रपतन का बड़ा कारण है।
✔ शराब और तंबाकू से परहेज़
यह वीर्य को पतला और कमजोरी उत्पन्न करते हैं।
शीघ्रपतन के लिए आयुर्वेदिक तेल (Penis Massage Oils)
✅ Zenius Ayurvedic Massage Oil
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रोज़ रात को सोने से पहले हल्के हाथों से 5-10 मिनट तक मसाज करें
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इससे नसों में रक्त प्रवाह बढ़ता है
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यौन अंग की मजबूती बढ़ती है
क्या शीघ्रपतन पूरी तरह से ठीक हो सकता है?
जी हां! अगर सही आयुर्वेदिक औषधियों, संयमित आहार, और सही जीवनशैली को अपनाया जाए तो शीघ्रपतन की समस्या पूरी तरह ठीक हो सकती है – वो भी बिना किसी साइड इफेक्ट के।
डॉक्टर सलाह: अगर समस्या लंबे समय से बनी हुई है तो किसी योग्य आयुर्वेदिक वैद्य या सेक्सोलॉजिस्ट से सलाह ज़रूर लें।
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निष्कर्ष
शीघ्रपतन एक सामान्य यौन समस्या है जिसे आयुर्वेदिक तरीकों से पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। सही औषधि, अनुशासित जीवनशैली, और मानसिक संतुलन ही इसका स्थायी समाधान है। यदि आप बिना किसी साइड इफेक्ट के सेक्स पावर बढ़ाना, धातु की कमजोरी दूर करना, और शीघ्रपतन का इलाज करना चाहते हैं – तो आयुर्वेद आपके लिए सबसे सुरक्षित विकल्प है।